Umeed - उम्मीद
Likha toh tha kuch panno meh,
kuch toh umeed bhari batey abb na wo kitab milrahi aur na wo batey yaad hai, galib koi wo kitab dhunlaye mere liye,📖 ya wo umeed aur bus wo umeed bhari batey hi le aaye..... -BANi ✨
लिखा तो था कुछ पन्नो मेह, 🪶📝
कुछ तो उम्मीद भरी बाते....💔
अब्ब न वो किताब मिलरही मैं और न वो बाते याद है, 🍂 ग़ालिब कोई वो किताब धुंलाये मेरे लिए, या वो उम्मीद☄️ और बस वो उम्मीद भरी बाते ही ले आए....✨🤍💫 -BANi
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